a small story in hindi
लालची किराने की दुकान वाला लक्ष्मणपुर गांव में एक किराने वाला था जिसके पास चावल दाल सब्जियां बहुत सारी चीजें उसके दुकान में मिलती थी
लक्ष्मणपुर गांव में एक वही दुकान था जिस दुकान पर सब कुछ मिलता था परंतु उसका मालिक बहुत ही लालची था वह 1 किलो की जगह पर आधा किलो ही
सम्मान देता था जो कि उसका किलो गड़बड़ था और यह किसी को भी मालूम नहीं था एक दिन जब दुकानदार अपने दुकान पर नहीं था उसी समय उसका नौकर वहां पर था
नौकर ने उसके दुकानों को चला रहा था किराना स्टोर पर उस दिन सबसे ज्यादा बिक्री हुई थी नौकर ने सोचा थोड़े पैसे रख लेता हूं मालिक को थोड़ी पता चलेगा मालिक तो ऐसे भी
लोगों से चोरी करते ही हैं मालिक से मैं चोरी कर लूं तो इसमें बुराई है क्या है और यह सोचकर किराना स्टोर का नौकर कुछ पैसे चुरा लिया कुछ दिन ऐसे ही बीत गए एक दिन
एक सरकारी अफसर अपने सिविल ड्रेस में उस दुकान पर पहुंच गया और वहां से आधा किलो दाल खरीदा और 1 किलो चावल खरीदा जो कि उसे बनाना था और काफी लोगों
को खिलाना था जब वह खरीद कर ले गया तो एक सरकारी अफसर था उसने कहा अरे भाई तुम 1 किलो चावल नहीं लाए हो यह चावल तो देखने में ही लग रहा है कि आधे क्यों है
तभी सरकारी अफसर को समझ में आया और उसने फिर से उस चीज को दूसरी दुकान पर कॉल वाया तब पता चला कि आधा किलो ही चावल था और उसके दुकान
को सीज कर दिया गया तो इसीलिए कहते हैं दोस्तों ज्यादा लालच नहीं करनी चाहिए ज्यादा लालच करना यानी कभी ना कभी महंगा पड़ जाता है तो कैसी लगी दोस्तों हमें
कमेंट करके जरूर बताइएगा आप सभी दोस्तों को अपना कीमती समय देने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद