Short Moral Stories In Hindi | खरगोश की चतुराई

By | January 7, 2019

Short Moral Stories In Hindi | खरगोश की चतुराई

Short Moral Stories In Hindi | खरगोश की चतुराई

Short Moral Stories In Hindi | खरगोश की चतुराई

बहुत समय पहले की बात है एक गांव ढोलकपुर नाम का हुआ करता था उस गांव में बस जानवर ही रहते थे वहां पर एक तालाब था उस तालाब को मौत का तालाब कहा जाता था वहां पर शाम होने के बाद कोई भी पानी पीने नहीं जाता था  अगर कोई शाम के समय पानी पीने जाता उस तालाब के पास तो वह कभी जिंदा वापस नहीं Short Moral Stories In Hindi

आता इसी डर से सभी जानवरशाम से पहले अपनी प्यास बुझा लेते थे और अपने घर को चले जाते थे वहां पर कोई और तालाब या नदी ना होने के कारण उनका वही एक तालाब सहारा था कुछ दिन ऐसे ही बीतते गए फिर उस जंगल में एक रहने के लिए एक खरगोश आता है उसे जंगल बहुत पसंद आता है Short Moral Stories In Hindi

और वह बहुत खुश होता है और अपने आप से बोलता है इस जंगल में तो खूब खेलूंगा बहुत मस्ती करूंगा और यह जंगल काफी हरा भरा है तो मैं बहुत कुछ खा भी सकता हूं खरगोश को अकेला देखकर लोमड़ी आता है और पूछता है भाई तुम तो इस जंगल के लगते नहीं हो खरगोश बोलता है हां भाई मैं इस जंगल में नया आया हूं

और मैं इस जंगल में अब रहने वाला हूं लोमड़ी बोलता है हां इस जंगल के सभी लोग बहुत अच्छे हैं और तुम्हें काफी पसंद भी करेंगे और तुम से सभी लोग दोस्ती भी करेंगे और तुम्हारे साथ खेलेंगे भी चलो मैं तुमहे सभी से मिलाता हूं खरगोश अभी से मिलता है और उसे वहां के लोग उस जंगल के लोग बहुत पसंद आते हैं

इसी तरह कुछ दिन बीत गए एक दिन खरगोश को काफी प्यास लगा था वह शाम को पानी पीने के लिए तालाब के पास चला जाता है और पानी पीने लगता है तभी वह देखता है पानी में एक बहुत बड़ा मगरमच्छ है खरगोश काफी डर जाता है और वहां से भागने लगता है उसे भागते हुए उसका दोस्त लोमड़ी देख लेता है और पूछने लगता है

क्या हुआ भाई इतने डरे हुए क्यों हो खरगोश बोलता है भाई मैं अभी तालाब से पानी पीकर आ रहा था और मैंने वहां पर एक बहुत बड़ा मगरमच्छ देखा फिर लोमड़ी बोलता हैवहां पर तुम शाम के वक्त क्या कर रहे थे वह एक मौत का तालाब है शाम के समय जो भी वहां पर पानी पीने जाता है

वह जिंदा वापस नहीं आता तुम खुद नसीब हो कि तुम बच गए तभी वहां पर सारे जंगल के जानवर इकट्ठा हो जाते हैं खरगोश अपनी बात बताता है कि उसने उस तालाब के पास एक मगरमच्छ को देखा तभी महाराज शेर बोलते हैं उसे तो हमने जंगल से निकाल दिया था तभी जंगल के सभी जानवर एक साथ मिलकर तालाब के पास जाते हैं

और मगरमच्छ को पकड़ लेते हैं और उसे उस तालाब से भगा दिया जाता है यह तालाब कोई मौत का तालाब नहीं था शाम के वक्त अगर कोई भी जानवर तालाब पर जाता तो वह मगरमच्छ उसे खा जाया करता था अगर हमारी स्टोरी आपको अच्छी लगी हो तो नीचे लाल कलर का बैल आइकन होगा उसे दबा दें और हम इसी तरह के नए नहीं स्टोरीज लाया करते हैं अच्छा लगे तो शेयर जरूर करें

Kahani

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