Moral Stories in Hindi For Class 8 | दोस्ती
स्टोरी पड़ने से पहले निचे लाल कलर का बेल आएकन होगा उसे दबा दे हम नई नई story लाया करते है बहुत समय पहले की बात है एक सहर में खरगोसनी रहती थी। वह बहुत अच्छी थी और अपने सहर में अच्छे बेवहार से बहुत प्रसिद्ध थी और अपने लोगो के साथ ख़ुशी से अपने सहर में रहती थी। वह सब से मिलजुल कर रहती थी और सबकी मदत भी करती थी Moral Stories in Hindi For Class 8
उसकी बहुत सारी खरगोसनी उसकी दोस्त थीं। खरगोसनी की किशी से कोए भी दुश्मनी नही थी वह सभी से बाते करती थी और सब से मिल के रहती थी और एक समय सब कुछ अच्छा चल रहा था। फिर एक दिन अचानक से बहुत खरगोसनी बीमार पड़ गए फिर इसी कारण से वह समय के साथ साथ बहुत कमजोर हो
गए खरगोसनी ने जो खाना पहले से अपने लिए जमा करके रखा था, अब वो भी खत्म होने जा रहा था। एक दिन उसकी कुछ खरगोसनी सहेलियां उसका हाल-चाल पूछने उसके पास आईं, तब खरगोसनी बहुत खुश हुई। उसने सोचा कि अपनी सहेलियों से कुछ और दिनों के लिए वह खाना मंगवा लेगी।
लेकिन वे खरगोसनी तो उससे मिलने के लिए अंदर आने से पहले ही उसके घर के बाहर रुक गईं और उसके आंगन में रखा उसका गाजल खाने लगीं। ये देखकर अब खरगोसनी को बहुत बुरा लगा और समझ में आ गया कि उसने अपने जीवन में क्या गलती की अब वो सोचने लगी कि काश हर किसी को अपने जीवन का
हिस्सा व दोस्त बनाने से पहले उसने उन्हें थोड़ा परख लिया होता है, इस बीमारी में उसकी मदद के लिए कोई तो होता दोस्तों दोस्ती हमे उन लोगो से करनी चाहियें जो आप के सुख दुःख में कम आये और आप उसके शुख दुःख में साथ हो अगर आप को हमारी कहानी अच्छी लगी हो तो निचे लाल कलर का बेल आएकन को दबा दे धन्यबाद