Hindi Moral Stories For Kids
एक जंगल में एक चींटी रहते थे जो बिल्कुल अकेली थी वह एक दिन घूमने निकले घूमते घूमते काफी दूर चली गई उसे बहुत तेज प्यास लगी थी और भूख भी लगा था
खाने के लिए तो मिल गया परंतु पानी नहीं मिल रहा था पानी की तलाश में वो थोड़ी दूर और आगे गई तो उसे एक तालाब दिखाई दिया चींटी तालाब के तरफ दौड़ी दौड़ी गई और तालाब से पानी पीने लगे इतने में उसका पैर फिसल गया
और वह पानी में गिर गई जोर जोर से चिल्लाने लगी वही बगल में एक पेड़ भी था जिसके ऊपर एक कबूतर बैठा हुआ था कबूतर ने चींटी की आवाज सुने और उसने एक पत्ता तोड़कर गिरा दिया जिससे चींटी पत्ते के ऊपर चल गए
पता थोड़ी देर में नदी के किनारे आ गया जिससे चींटी बच गई चींटी ने कबूतर से कहा मैं आपका एहसान कभी नहीं चुका सकता हूं कोई भी सहायता होगी तो
मैं आपकी जरूर करूंगी और चींटी और कबूतर उसी जंगल में रहने लगे कुछ दिन बाद एक शिकारी उस जंगल में आया उसने कबूतर को देखा परंतु कबूतर ने शिकारी को नहीं देखा इतने देर में शिकारी अपना बंदूक निकाला और निशाना लगा ही रहा था
तभी उधर से चींटी आ रही थी चींटी ने शिकारी और कबूतर को देखकर समझ गया यह कबूतर का शिकार करने के लिए आया है उसने आवाज लगाया परंतु चींटी कबूतर से काफी दूर थी
चींटी को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि मैं क्या करूं तभी चींटी ने शिकारी के पैर पर चढ़ा और उसे काट लिया जिससे शिकारी जोर से चिल्लाया इतने में
कबूतर भाग गया कबूतर ने अपने चींटी दोस्त को धन्यवाद किया इसीलिए कहते हैं दोस्तों अगर जो आप किसी की मदद करते हैं तो आपका भी कोई मदद जरूर करेगा तो कैसी लगी कहानी दोस्तों हमें कमेंट करके जरूर बताइएगा