Any short story in hindi
एक गांव में चार किसान रहते थे एक साल इतना बारिश आया और इतनी तूफान आए उन चारों किसानों की पूरी फसल खराब हो गई जिससे किसान वह बड़ी दुखी हो गए और सोचने लगे इस साल हमारी फसल खराब हो गई है Any short story in hindi
तो हम लोग इस साल क्या खाएंगे और कैसे रहेंगे तभी चारों की शान में से एक किसान का हा क्यों ना हम लोग ज्ञानी ऋषि मुनि के पास चला जाए और उनसे कुछ वरदान ले लिया जाए जिससे इस साल कट जाएगा
चारों किसान जंगल की तरफ चल पड़े और थोड़ी दूर गए तो जंगल में ऋषि मुनि ध्यान लगाकर बैठे हुए थे तभी ऋषि मुनि को गुहार लगाएं ऋषि मुनि ने अपना खोला और बहुत क्रोधित हुए ऋषि मुनि कहने
लगे तुमने हमारी तपस्या को भंग किया है चुपचाप यहां से चले जाओ वरना मैं तुम्हें श्राप दे दूंगा तभी उन चारों किसान कहने लगे महाराज इस बार बरसात होने के कारण से हमारी सारी फसलें खराब हो गई है
जिससे कि अब घर में कुछ खाने के लिए नहीं बचा है आप हमारी मदद कीजिए ऋषि मुनि ने कहा ठीक है उन चारों को एक-एक मोती दिया और कहा यहां से सीधे चले जाओ जिसकी मोती जहां गिरेगी वहां खुदाई करना स्टार्ट कर देना वही तुम्हें
धन मिलेगी चारों मोती अपने हाथ में ले कर चल दिए तभी एक किसान का मोती हाथ से गिर गया वह तुरंत वहां चारों मिलकर खुदाई करने लगे तो देखा तांबे की कुछ बर्तन मिले जिससे वह कहने
लगा मैं इन्हें बेचकर इस साल की पूरी खाने पीने के बंदोबस्त कर लूंगा फिर तीनों मिलकर जंगल में आगे बढ़ने लगे तभी एक किसान का और मोती गिर गया और तुरंत खुदाई करने लगे वहां देखा गया
तो चांदी के बर्तन मिले उससे दूसरा किसान खुश हो गया और कहा भाई अभी से ले चलते हैं हम तीनों मिलकर इसे बदलेंगे तभी तो किसान कहने लगे नहीं हम लोग
अभी और आगे जाएंगे और दो किसान चल पड़े आगे गए जब खुदाई किए मोती गिरने के बाद तो उन्हें सोने की बर्तन मिले जिसे देख कर खुश हो गए तभी जिसके सोने के बर्तन मिले थे
उसने कहा भाई अब तुम आगे बस जाओ तुम इसी में से ले लेना और हम लोग अच्छे से काट लेंगे जिंदगी इससे बहुत सारे पैसे मिल जाएंगे तभी उस किसान ने कहा अरे बेवकूफ थोड़ा दिमाग लगाओ पहले खुदाई हुआ तो
तांबे के बर्तन मिले दूसरी बार खुदाई हुआ तो चांदी के बर्तन मिले तीसरी बार खुदाई हुआ को सोने के बर्तन मिले चौथी बार खुदाई होगा तो हमें हीरे के बर्तन मिलेंगे और यह कहकर वह चल पड़ा
आगे जब गया तो उसकी भी मोती गिरी वहां ओके शाहरुख खुदाई करने लगा उसमें से एक राक्षस निकला और कह दे लगा तुम बहुत बड़े लालची हो मैं तुम्हें मार कर खा जाऊंगा
तभी वह गिर गिर आने लगा और कहने लगा मुझे माफ कर दो मैं आज के बाद कभी लालची नहीं बनूंगा तभी वह असली रूप में आता है और कहता है मांगो तुम्हें कौन सी वरदान
चाहिए तभी किसानों कहता है कि मुझ में हिम्मत दीजिए कि मैं कोई भी काम कर सकूं मैं अपने दिमाग से अपने परेशानियों को हल कर सकूं और उसे वह वरदान मिल गया तो कैसी लगी कहानी दोस्तों हमें कमेंट करके जरूर बताइएगा आप को अपना कीमती समय देने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद